Anant Singh: मोकामा की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है. जन सुराज के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद बाहुबली नेता और अनंत सिंह सुर्खियों में आ गए हैं. मृतक के परिवार ने अनंत सिंह समेत पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें हत्या, फायरिंग और वाहन से कुचलने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं.
परिजनों का आरोप है कि अनंत सिंह ने खुद गोली चलाई, जो दुलारचंद के पैर में लगी. इसके बाद उन्हें पीटा गया और जीप से कुचल दिया गया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है.
28 मामलों में नाम, आपराधिक रिकॉर्ड पर फिर सवाल
इस ताज़ा घटना के बाद एक बार फिर अनंत सिंह का आपराधिक रिकॉर्ड चर्चा में है. जानकारी के अनुसार, उनके खिलाफ कुल 28 मुकदमे दर्ज हैं. यह खुलासा खुद अनंत सिंह ने अपने नामांकन पत्र के हलफनामे में किया था.
इन मामलों में किडनैपिंग, धमकी, अवैध हथियार रखने, टॉर्चर, अपराधियों को शरण देने और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं.
विपक्ष इस पूरे मामले को लेकर सरकार पर हमलावर हो गया है और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है.
दोनों पक्षों ने दर्ज कराई एफआईआर
घटना के बाद न सिर्फ दुलारचंद यादव के परिवार, बल्कि अनंत सिंह के समर्थकों की ओर से भी शिकायत दर्ज की गई है. अनंत सिंह खेमे से जितेंद्र कुमार ने एफआईआर कराई है, जिसमें जन सुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी, ईश्वर महतो, अजय महतो, नीतीश महतो और लखन महतो को नामजद किया गया है.
वहीं, दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार के बयान पर अनंत सिंह, उनके भतीजे राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, और सहयोगी छोटन सिंह तथा कंजय सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.
पोते के बयान में बड़ा आरोप
नीरज कुमार ने पुलिस को बताया कि उनके दादा जन सुराज उम्मीदवार प्रियदर्शी पीयूष के प्रचार में निकले थे. रास्ते में आरोपियों ने उन्हें रोककर गाली-गलौज की. इसके बाद अनंत सिंह ने पिस्तौल निकालकर गोली चलाई, जो उनके दादा के पैर में लगी. घायल हालत में गिरने के बाद उनकी बेरहमी से पिटाई की गई और गाड़ी से कुचल दिया गया.
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