Bihar Train Accident : पश्चिम चंपारण जिले के बगहा इलाके में रेल हादसा उस समय टल गया, जब दिल्ली की ओर जा रही चंपारण हमसफर एक्सप्रेस(ट्रेन नंबर 15705) अचानक एक भैंसे से जा टकराई.
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे इस संवेदनशील रेलखंड पर हुई घटना के बाद कुछ देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा, लेकिन यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
जंगल क्षेत्र से गुजरते रेल ट्रैक पर हुआ हादसा
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना वाल्मीकिनगर रोड और पनियहवा स्टेशन के बीच मदनपुर रेलवे ढाला के पास हुई. यह पूरा इलाका घने जंगल और ग्रामीण आबादी के बीच स्थित है, जहां से रेलवे लाइन गुजरती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मवेशी अक्सर जंगल की ओर जाते समय ट्रैक पार करते हैं. इसी दौरान एक भैंसा भटककर पटरी पर आ गया और तेज रफ्तार ट्रेन उसकी चपेट में आ गई.
इमरजेंसी ब्रेक से टली डिरेलमेंट की आशंका
टक्कर के तुरंत बाद ट्रेन चालक ने हालात को भांपते हुए इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया. इससे ट्रेन की रफ्तार नियंत्रित हो गई और डिब्बे पटरी पर ही बने रहे. रेलवे अधिकारियों का मानना है कि यदि कुछ सेकंड की भी देरी होती, तो ट्रेन के पटरी से उतरने का खतरा पैदा हो सकता था. ट्रेन में बड़ी संख्या में यात्री सवार थे, जिनकी जान इस त्वरित कार्रवाई से सुरक्षित रही.
यात्रियों में दहशत, मौके पर पहुंची रेलवे टीम
हादसे के बाद ट्रेन में बैठे यात्रियों के बीच कुछ देर के लिए घबराहट फैल गई. कई यात्री डिब्बों से बाहर निकल आए. सूचना मिलते ही रेलवे के तकनीकी कर्मचारी और सुरक्षा स्टाफ मौके पर पहुंचे और ट्रैक के साथ-साथ इंजन की जांच की. प्राथमिक जांच में किसी तरह की तकनीकी क्षति नहीं पाई गई, जिसके बाद आगे की आवाजाही को बहाल किया गया. हालांकि इस दौरान कुछ समय के लिए रेल यातायात प्रभावित रहा.
जानवरों की आवाजाही बनी स्थायी समस्या
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से गुजरने वाला यह रेल मार्ग पहले भी इस तरह की घटनाओं को लेकर चर्चा में रहा है. यहां जंगली जानवरों के साथ-साथ पालतू पशुओं का ट्रैक पर आना आम बात है. पूर्व में इस रूट पर कई बार जानवरों के ट्रेन से टकराने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. रेलवे की ओर से बाउंड्री वॉल और चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं, लेकिन जंगल और गांवों की नजदीकी के कारण जोखिम पूरी तरह खत्म नहीं हो पा रहा है.
रेलवे प्रशासन ने क्या कहा
वाल्मीकिनगर रोड स्टेशन के स्टेशन मास्टर पी.एन. पाण्डेय ने बताया कि चालक की सतर्कता और समय पर लिए गए फैसले से बड़ा हादसा टल गया. उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इस क्षेत्र में विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही वन विभाग और स्थानीय प्रशासन से समन्वय कर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने पर भी विचार किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें-पंजाब से बिहार तक घना कोहरा, दिल्ली में रेड अलर्ट; रेल–हवाई सेवाओं पर बड़ा असर
इसे भी पढ़ें-रीलबाजी छोड़ें, जनता की सुरक्षा पर फोकस करें: DGP विनय कुमार का पुलिसकर्मियों को कड़ा संदेश

