Cold Wave Rain Alert: देश के उत्तरी, मध्य और पूर्वोत्तर हिस्सों में मौसम ठंडा और सख्त बना हुआ है. दिल्ली, यूपी, राजस्थान, बिहार-झारखंड सहित कई राज्यों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि शीतलहर के चलते ठंड और बढ़ सकती है. 19 और 20 नवंबर को मध्य महाराष्ट्र और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में कोल्ड वेव का असर जारी रहने की संभावना है. इसके अलावा, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र- कच्छ, विदर्भ, तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी तापमान गिरने की स्थितियां बनी हुई हैं.
पश्चिम-मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में मामूली बदलाव की संभावना
IMD के अनुसार, अगले 24 घंटों में पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने की संभावना है. उसके बाद के चार दिनों में 2-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भी अगले चार दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक का इजाफा संभव है, जबकि उसके बाद तीन दिनों तक तापमान स्थिर रह सकता है.
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पश्चिम बंगाल में तापमान में हल्की बढ़ोतरी
पश्चिम बंगाल में अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है. राज्य में सात दिनों तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है. IMD के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को दार्जिलिंग 8.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा शहर रहा, जबकि कलिम्पोंग में तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
राजस्थान में सर्दी का असर, तापमान सामान्य से कम
राजस्थान के कई हिस्सों में ठंड अपने चरम पर है. अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया. जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, रात का तापमान 5.0 से 13.0 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
दक्षिण भारत में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने दक्षिण भारत में आगामी दिनों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. 19-24 नवंबर के दौरान तमिलनाडु में बहुत भारी बारिश हो सकती है. 19-22 नवंबर के बीच अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. 21 नवंबर को कुछ जगहों पर अत्यधिक बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा, 22 नवंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में लो-प्रेशर एरिया बनने की संभावना है, जिससे दक्षिण भारत के अधिकांश इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है.
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