Bihar Ka Mausam: बिहार में मौसम का मिजाज बदलते ही ठिठुरन अचानक तेज हो गई है. सुबह–शाम की ठंड में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है और हवा में सिहरन साफ महसूस की जा रही है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य में पछुआ हवा के सक्रिय होते ही तापमान तेजी से नीचे जा सकता है. कई जिलों में ठंड के असर को लेकर लोगों को सावधानी अपनाने की सलाह दी गई है. विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में मौसम और कठोर हो सकता है तथा ठंड का दौर लंबा खिंच सकता है.
छह जिलों पर सबसे ज्यादा खतरा, पछुआ हवा की रफ्तार तेज
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मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, शिवहर, सीतामढ़ी और मधुबनी जिलों में पछुआ हवा की गति सबसे अधिक रहने की संभावना है. उत्तर–पश्चिम से आने वाली हवा लगभग 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है, जिससे कनकनी और ज्यादा महसूस होगी. जेट स्ट्रीम के सक्रिय होने और हवा की दिशा बदलने को ठंड बढ़ने की मुख्य वजह बताया गया है. विभाग ने यह भी कहा कि सुबह व शाम को घने कोहरे की स्थिति बन सकती है, जिससे यातायात प्रभावित होने के आसार हैं.
धूप से मिली राहत, लेकिन रात का पारा लगातार गिरा
पिछले 24 घंटों के आंकड़ों में सामने आया कि औरंगाबाद में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. दिन में धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन सुबह और रात के समय कोहरे ने हालत कठिन बनाए रखे. सड़क मार्ग पर विजिबिलिटी कम रहने की वजह से आवाजाही प्रभावित रही और लोगों को वाहन धीमी गति से चलाने की सलाह दी गई. विभाग का कहना है कि रात के तापमान में अभी और गिरावट संभावित है.
तीन दिन और बढ़ेगी ठंड, पटना में भी पारा नीचे आने के संकेत
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले तीन दिनों तक राज्य के ज्यादातर हिस्सों में तापमान में गिरावट का क्रम जारी रहेगा और दिसंबर के पहले सप्ताह में सर्दी की तीव्रता और बढ़ सकती है. राजधानी पटना में भी अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज किए जाने की उम्मीद है. पछुआ हवा और कोहरे की दोहरी मार के कारण सुबह व शाम की दिक्कतें बढ़ सकती हैं और जनजीवन पर इसका स्पष्ट प्रभाव पड़ने की संभावना है.
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