Weather Update : उत्तर भारत में वर्ष की अंतिम तारीख बेहद ठंडी रही. पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी हिस्सों में कोहरे और तेज हवाओं ने तापमान को सामान्य से काफी नीचे धकेल दिया. मौसम विभाग के मुताबिक यह ठंड का असर आने वाले दिनों में और गहरा होगा, खासकर जनवरी के पहले सप्ताह में न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट होने की संभावना है.
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, बर्फबारी का असर जारी
उत्तर भारत में पिछले दस दिनों के भीतर लगातार तीन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहे हैं, जिससे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी हिस्सों में बारिश का सिलसिला बना हुआ है. फिलहाल पंजाब पर साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है और हिमालयी क्षेत्रों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण दो जनवरी तक हल्की से मध्यम बर्फबारी होने और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है.
विशेषज्ञों का कहना है कि इन विक्षोभों के प्रभाव से ठंडी हवाएं तेज हो गई हैं, जिससे पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में तापमान कम हुआ है.
पांच जनवरी को और सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पांच जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश कर सकता है. इसके असर से ठंड और बढ़ेगी और न्यूनतम तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में इस समय बादलों का छाया बना हुआ है, जबकि दिल्ली और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में एक जनवरी को हल्की बारिश होने की संभावना है.
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बारिश और हवाओं का असर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. हालांकि, कोहरे और धुंध की वजह से अभी तापमान में बहुत तेज गिरावट नहीं होगी, लेकिन बारिश के बाद ठंड का प्रभाव बढ़ सकता है. इसके बाद उत्तर की ठंडी हवाओं का असर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में और महसूस किया जाएगा.
तीन और चार जनवरी से ये हवाएं बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक फैलेंगी, जिससे वहाँ शीतलहर की स्थिति बन सकती है. मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश और बिहार में कई हिस्सों के लिए कोल्ड डे अलर्ट जारी किया है.
घना कोहरा और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग का कहना है कि ओडिशा, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में पांच जनवरी तक सुबह और रात के समय घना कोहरा छाया रहेगा. पूर्वी उत्तर प्रदेश में दो जनवरी तक और पश्चिमी राजस्थान में तीन जनवरी तक कोहरा जारी रह सकता है. दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को बादलों का प्रभाव रहा और कुछ हिस्सों में हल्की बारिश भी हुई.
पश्चिमी हवाओं की ताकत कम होने से उत्तर से चलने वाली ठंडी हवाओं का असर बढ़ गया है, जिससे मैदानी क्षेत्रों में ठिठुरन महसूस हो रही है. उत्तर प्रदेश और बिहार में भी ठंडी हवाओं का प्रभाव जारी है और इसका असर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तक पहुँच चुका है.
जनवरी में ठंड और न्यूनतम तापमान में गिरावट
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, तीन जनवरी के बाद आसमान साफ हो जाएगा, लेकिन न्यूनतम तापमान और गिरने से ठंड और बढ़ जाएगी. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी जारी रहेगी, जबकि मैदानी क्षेत्रों में तेज हवाओं के कारण ठिठुरन और बढ़ेगी.
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