Bihar Crime: मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के नवलपुर मिश्रौलिया गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के मामले ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. पिता और उसकी तीन बेटियों की आत्महत्या की इस घटना की जांच अब राज्य अपराध अनुसंधान विभाग (CID) को सौंप दी गई है. पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद सीआईडी की विशेष टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है.
CID टीम ने संभाला मोर्चा
सीआईडी की जांच टीम डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में काम कर रही है. टीम को निर्देश दिए गए हैं कि वह घटनास्थल के साथ‑साथ परिवार की पृष्ठभूमि, हालिया परिस्थितियों और आसपास के माहौल की भी गहराई से पड़ताल करे. जांच का दायरा केवल आत्महत्या तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि इसके पीछे के कारणों को भी तलाशा जा रहा है.
आर्थिक दबाव और सरकारी योजनाओं की जांच
जांच में यह बिंदु भी शामिल किया गया है कि मृतक परिवार पर किसी प्रकार का कर्ज या बाहरी दबाव तो नहीं था. सीआईडी यह भी देख रही है कि परिवार को केंद्र या राज्य सरकार की किसी कल्याणकारी योजना का लाभ मिला था या नहीं. यदि योजनाओं से वंचित रहने या किसी तरह की अनदेखी के संकेत मिलते हैं, तो उस पहलू को भी रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा.
अवैध सूदखोरी और गुंडा बैंक एंगल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अवैध सूदखोरी और तथाकथित गुंडा बैंक से जुड़े पहलुओं की भी गंभीरता से जांच की जा रही है. यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं परिवार मानसिक या आर्थिक प्रताड़ना का शिकार तो नहीं था. इस एंगल से जुड़े हर इनपुट की पुष्टि की जा रही है.
जिला पुलिस को सहयोग के निर्देश
पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने मुजफ्फरपुर जिला पुलिस को निर्देश दिया है कि वह सीआईडी को हर स्तर पर सहयोग दे. उन्होंने स्पष्ट किया है कि जांच के दौरान यदि किसी व्यक्ति या समूह की भूमिका सामने आती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सरकार की सख्ती, दोहराया गया रुख
इस घटना के बाद राज्य सरकार ने अवैध वसूली और गुंडा बैंक के खिलाफ कड़ा रुख दोहराया है. गृह मंत्री सम्राट चौधरी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि कमजोर वर्गों को आर्थिक और मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
प्रशासन का मानना है कि यह मामला केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि समाज के लिए चेतावनी भी है. इसी कारण सीआईडी को निर्देश दिए गए हैं कि जांच निष्पक्ष, गहन और तथ्यों पर आधारित हो, ताकि सच्चाई सामने आ सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.
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