Bihar Politics : बिहार की नई सरकार के गठन के बाद अब सत्ता पक्ष का ध्यान विधानसभा अध्यक्ष पद पर टिक गया है. विभागों के बंटवारे के साथ ही राजग के भीतर इस अहम पद को लेकर जोरदार गतिविधियाँ शुरू हो गई हैं. भाजपा और जदयू दोनों अपने-अपने उम्मीदवारों को आगे बढ़ाने में जुटे हैं और अंदरखाने समर्थन जोड़ने की कवायद जारी है.
BJP में प्रेम कुमार की दावेदारी मजबूत
भाजपा खेमे में सबसे चर्चा में गया टाउन से जीतकर आए वरिष्ठ विधायक प्रेम कुमार का नाम है. नौ बार के विधायक और लंबे राजनीतिक अनुभव के कारण उन्हें स्वाभाविक दावेदार माना जा रहा है. हालिया चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को बड़ी बढ़त से हराया और पार्टी के भीतर भी वे वरिष्ठता की सूची में शीर्ष पर हैं. इसी वजह से अध्यक्ष पद की दौड़ में उन्हें बढ़त मिलती दिख रही है.
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JDU भी मैदान में, दामोदर रावत का नाम उछला
जदयू भी इस पद को अपने हिस्से में लाने की कोशिश कर रहा है. पार्टी के अंदर दामोदर रावत को लेकर सकारात्मक माहौल बताया जा रहा है. जदयू का एक वर्ग यह तर्क पेश कर रहा है कि चूंकि विधान परिषद की जिम्मेदारी पहले से भाजपा के पास है, इसलिए विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी उन्हें मिलनी चाहिए. बदले में भाजपा उपाध्यक्ष पद ले सकती है—ऐसा दलीलें दी जा रही हैं.
शपथ के बाद होगा चुनाव, विशेष सत्र की तैयारी
राजनीतिक हलचल के बीच सरकार विशेष सत्र बुलाने की तैयारी कर रही है जिसमें 243 नए विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. राज्यपाल पहले ‘प्रोटेम स्पीकर’ को नियुक्त करेंगे, जो शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी कराएंगे. इसके तुरंत बाद अध्यक्ष पद के लिए मतदान कराया जाएगा. सत्र की अंतिम तिथि कैबिनेट की अगली बैठक में तय की जाएगी.
नई सरकार में 26 मंत्रियों ने संभाला पद
नीतीश कुमार हाल ही में दसवीं बार मुख्यमंत्री बने हैं. शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), हम और आरएलएम के कुल 26 मंत्रियों ने भी पदभार लिया. नई कैबिनेट के गठन के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष पद ही अगला बड़ा फैसला माना जा रहा है, जिस पर सभी की नजरें टिकी हैं.
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