Dularchand Murder Case: मोकामा में जन सुराज पार्टी के नेता दुलारचंद यादव की अंतिम यात्रा के दौरान माहौल अचानक हिंसक हो गया. शोक जुलूस के दौरान भीड़ ने अचानक ईंट-पत्थर फेंकने शुरू कर दिए और कुछ ही देर में गोलियों की आवाज गूंज उठी. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती करनी पड़ी. फिलहाल प्रशासन ने कहा है कि हालात तनावपूर्ण जरूर हैं, लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में हैं.
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद उबाल पर जनता का गुस्सा
गुरुवार को हुई वारदात ने मोकामा में सियासी हलचल मचा दी थी. जन सुराज पार्टी से जुड़े दुलारचंद यादव की दिनदहाड़े गोली मारकर और गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी गई थी. शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था, तभी भीड़ के बीच टकराव शुरू हो गया और हिंसा फैल गई.
न्याय की मांग में उमड़ा जनसैलाब
सुबह से ही हजारों लोग दुलारचंद यादव के घर के बाहर जमा थे. भीड़ ने न्याय और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए नारे लगाए. अंतिम यात्रा के दौरान दुकानों के शटर गिरे रहे और पूरा इलाका सन्नाटे में डूबा रहा. लोगों का कहना है कि जब तक हत्यारों को सजा नहीं मिलेगी, वे शांत नहीं बैठेंगे.
पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बल तैनात
दुलारचंद की हत्या के बाद से ही प्रशासन अलर्ट पर है. पुलिस ने कई गांवों में कैंप बना रखा है और केंद्रीय सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है. मोकामा का टाल क्षेत्र फिलहाल पुलिस छावनी में तब्दील है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, हालात सामान्य करने के लिए लगातार गश्त की जा रही है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सख्त निगरानी रखी जा रही है.
हत्या को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप तेज
ग्रामीणों का आरोप है कि दुलारचंद की हत्या एक साजिश के तहत की गई. वहीं, दूसरी तरफ राजनीतिक दलों के बीच एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. फिलहाल पुलिस ने घटना में शामिल लोगों की पहचान कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
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