Ganesh Puja: हिंदू धर्म में सप्ताह के प्रत्येक दिन का संबंध किसी न किसी देवता से जोड़ा गया है. इन्हीं में बुधवार को विघ्नहर्ता श्री गणेश जी के आराधना दिवस के रूप में प्रमुख स्थान मिला है. इस दिन गणपति की पूजा क्यों विशेष मानी जाती है, इसकी कथा और मान्यता काफी रोचक है.
बुधवार और गणेश जी के संबंध की पौराणिक परंपरा
कथाओं में वर्णन मिलता है कि माता पार्वती के आशीर्वाद से भगवान गणेश का जन्म जिस समय हुआ, उस अवसर पर कैलाश पर्वत पर बुध देव भी उपस्थित थे. उनकी शुभ उपस्थिति के कारण बुधवार को श्री गणेश की उपासना के लिए श्रेष्ठ दिन स्वीकार किया गया.
ज्योतिष में बुध और गणेश दोनों बुद्धि के दाता
बुध ग्रह को वाणी, ज्ञान, व्यापार और चातुर्य का कारक माना जाता है. वहीं गणेश जी विद्या के अधिष्ठाता और बुद्धि-विवेक के देवता कहे जाते हैं. इसी कारण बुधवार को पूजा करने से गणेश जी की कृपा के साथ बुध ग्रह का अनुकूल प्रभाव भी मिलता है. छात्र, व्यापारी व नौकरीपेशा लोग इस दिन विशेष भक्ति करते हैं.
बुधवार की पूजा से मिलने वाले लाभ
- जीवन में बाधाओं से मुक्ति.
- शिक्षा और करियर में तरक्की.
- व्यापार में उन्नति और सौभाग्य में वृद्धि.
- मानसिक संतुलन और सही निर्णय क्षमता का विकास.
- धार्मिक मान्यताओं में वर्णन है कि बुधवार का व्रत कर्ज मुक्ति तथा परिवार में सुख-समृद्धि लाता है.
बुधवार को किन कार्यों से बचना चाहिए
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस दिन उधार देना या लेना शुभ नहीं माना जाता क्योंकि इससे आर्थिक असंतुलन की आशंका होती है.
क्या इस दिन व्रत रखा जाता है
कई श्रद्धालु बुधवार के दिन गणेश जी का व्रत रखते हैं और हरी वस्तुओं का दान कर पुण्य अर्जित करते हैं.
गणेश जी को किस भोग से प्रसन्न किया जाए
मोदक, गुड़ और दूर्वा को गणपति का प्रिय माना गया है तथा इन्हें भोग लगाने से शुभ फल प्राप्त होता है.
क्या बुधवार यात्रा शुभ होती है
कुछ मान्यताओं में कहा गया है कि बुधवार को नई यात्रा आरंभ न करना बेहतर होता है, खासकर व्यवसायिक यात्रा के लिए रोक बताई गई है.
इसे भी पढ़ें-
इरफान पठान की प्लेइंग इलेवन में कुलदीप नहीं, वरुण की एंट्री
50 करोड़ के करीब पहुंची फिल्म, हर्षवर्धन राणे की धमाकेदार कमाई
दिल्ली में कृत्रिम बारिश से साफ होगी हवा, पहला ट्रायल सफल
बीएचयू में प्लेसमेंट बूम: 1.49 करोड़ रुपये का धमाकेदार पैकेज

