PM Modi Speech On Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए को मिले भारी बहुमत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने इसे बिहार के मतदाताओं की जीत बताते हुए कहा कि यह जनादेश विकास की राजनीति की ओर लौटने का संकेत है. संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने बिहार की संस्कृति को सलाम करते हुए मिथिला आर्ट वाला दुपट्टा धारण किया और पार्टी कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों का उत्साह भी बढ़ाया. उनके भाषण में कई अहम संदेश छिपे थे—यहाँ पेश हैं दस बड़ी बातें.
बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें
- “जमानत पर घूमने वालों को जनता का भरोसा नहीं”
पीएम मोदी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि बिहार की जनता भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में घिरे नेताओं को स्वीकार करने के मूड में नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य ने साफ संकेत दिया है—भरोसा उन्हीं पर होगा जो सुशासन का मॉडल दें.
- जनता के विश्वास ने लिखी रिकॉर्ड जीत की कहानी
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए को मिला जनादेश यह दिखाता है कि जनता विकास की राजनीति पर भरोसा करती है. उनका कहना था कि बिहार के लोगों ने एक बार फिर स्थिर शासन को चुना है और यह भरोसे का प्रतीक है.
- जंगलराज की वापसी वाली आशंकाएँ जनता ने नकार दीं
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने जिस “जंगलराज की वापसी” की चेतावनी दी थी, उसका मजाक उड़ाया गया, लेकिन अंत में वोटरों ने इसे गंभीर मुद्दा माना और अव्यवस्था वाले दौर को वापस न आने देने का फैसला किया.
- मतदाताओं के प्रति विशेष धन्यवाद
पीएम मोदी ने उच्च मतदान प्रतिशत की प्रशंसा की और इसे बिहार की लोकतांत्रिक परिपक्वता की मिसाल बताया. उन्होंने कहा कि यह जनादेश समृद्ध बिहार की ओर बड़े बदलाव का संकेत है.
- नया MY फार्मूला: “महिला और युवा”
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दल अभी भी पुराने MY (मुस्लिम–यादव) समीकरण पर टिके रहे, जबकि बिहार के लोगों ने इस बार नया MY अपनाया—”महिला और युवा”. उन्होंने कहा कि दोनों वर्गों का भारी समर्थन एनडीए के पक्ष में गया.
- लोकतंत्र की ताकत का प्रमाण
उन्होंने कहा कि यह जीत केवल राजनीतिक सफलता नहीं, बल्कि जनता के विश्वास और लोकतंत्र की मजबूती का संकेत है. चुनाव आयोग द्वारा शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए भी उन्होंने धन्यवाद दिया.
- “पुराने बिहार” की घटनाओं का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार एक समय ऐसा भी था जब बूथ लूट, हिंसा और माओवादी व्यवधान आम बात थे. लेकिन आज की व्यवस्था ने इन चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए रिकॉर्ड मतदान का नया इतिहास बनाया है.
- यह जीत विकास की गति को आगे बढ़ाएगी
उन्होंने कहा कि एनडीए इस जनादेश को अपने काम की स्वीकृति मानता है और आने वाले वर्षों में बिहार की गति और तेज करने का संकल्प लेकर चल रहा है.
इसे भी पढ़ें-
एग्जिट पोल कितने सटीक, कितने चूके? जानें डिटेल्स
क्यों मिली बिहार चुनाव 2025 में जदयू–भाजपा को भारी जीत? जानें डिटेल्स
भागलपुर की तीन सीटों पर नोटा का जोर, हजारों मतदाताओं ने उम्मीदवारों को किया खारिज
पोस्टल बैलेट रिजल्ट जारी, बिहपुर, गोपालपुर और सुलतानगंज विधानसभा में विजेताओं को सबसे अधिक डाक मत
भागलपुर की 3 विधानसभा सीटों पर एकतरफा मुकाबला, परिणाम में NDA का पलड़ा भारी

