West Bengal News : यात्रा की मांग में तीव्र और निरंतर वृद्धि को देखते हुए भारतीय रेल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रमुख शहरों से नई ट्रेनों के संचालन की क्षमता को अगले पाँच वर्षों में वर्तमान स्तर से लगभग दोगुना करना अनिवार्य हो गया है. इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेल द्वारा वर्ष 2030 तक चरणबद्ध क्षमता वृद्धि की विस्तृत योजना तैयार की गई है, ताकि आने वाले वर्षों की आवश्यकताओं को समय रहते पूरा किया जा सके.
इस योजना के तहत कोलकाता और उसके आसपास के क्षेत्रों को विशेष प्राथमिकता दी गई है. भारतीय रेल ने वर्ष 2030 तक प्रारंभिक क्षमता को दोगुना करने के उद्देश्य से कई बड़े अवसंरचनात्मक कार्यों की रूपरेखा बनाई है, जिनका लाभ यात्रियों को चरणबद्ध रूप से मिलना शुरू हो गया है.
कोलकाता का हावड़ा स्टेशन, जो देश के सबसे व्यस्त रेलवे टर्मिनलों में से एक है और ‘सिटी ऑफ जॉय’ को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने वाला प्रमुख प्रवेश द्वार भी है, आने वाले वर्षों में क्षमता के दृष्टिकोण से एक बड़े परिवर्तन से गुजरने जा रहा है.
हावड़ा स्टेशन पर क्षमता संवर्धन का कार्य
पूर्व रेलवे द्वारा हावड़ा स्टेशन की टर्मिनल क्षमता बढ़ाने के लिए नए प्लेटफॉर्मों के निर्माण और मौजूदा प्लेटफॉर्मों के विस्तार का कार्य तेज गति से किया जा रहा है. हावड़ा मंडल ने ट्रेन संचालन क्षमता बढ़ाने, यातायात प्रवाह में सुधार करने और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर क्षमता संवर्धन कार्य शुरू किए हैं.
प्लेटफॉर्म संख्या 15 का विस्तार पूरा
लंबी दूरी की ट्रेनों, विशेषकर दक्षिण पूर्व रेलवे मार्ग से आने वाली ट्रेनों की प्रतीक्षा अवधि कम करने के लिए पूर्व रेलवे ने सक्रिय कदम उठाए हैं. इसी क्रम में हावड़ा स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 15 का पुनर्निर्माण और व्यापक विस्तार कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है.
इस प्लेटफॉर्म की लंबाई 312 मीटर से बढ़ाकर 591 मीटर कर दी गई है. विस्तार के बाद प्लेटफॉर्म संख्या 15, जो पहले केवल 12-कोच ईएमयू ट्रेनों को ही समायोजित कर पाता था, अब 22 से 24 कोच वाली लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को संभालने में सक्षम हो गया है. इससे परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और ट्रेनों का ठहराव समय भी कम हुआ है.
प्लेटफॉर्म संख्या 14 का भी विस्तार
इसी प्रकार हावड़ा स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 14 के विस्तार का कार्य भी पूरा कर लिया गया है. इसकी लंबाई 564 मीटर से बढ़ाकर 581 मीटर कर दी गई है. इस उन्नयन से लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन में सुविधा मिली है और प्लेटफॉर्म आवंटन में अधिक लचीलापन आया है.
दो नए प्लेटफॉर्म का निर्माण जारी
पूर्व रेलवे द्वारा क्षमता संवर्धन के तहत हावड़ा स्टेशन पर दो नए प्लेटफॉर्मों का निर्माण किया जा रहा है. प्लेटफॉर्म संख्या 24 की लंबाई 635 मीटर निर्धारित की गई है, जो 24-कोच वाली पूर्ण लंबाई की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को समायोजित करने में सक्षम होगा.
वहीं प्लेटफॉर्म संख्या 16 की लंबाई 300 मीटर होगी, जो 12-कोच ट्रेनों के संचालन के लिए उपयुक्त रहेगा. इन नए प्लेटफॉर्मों के जुड़ने से अधिक ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान की सुविधा मिलेगी, भीड़भाड़ कम होगी और यातायात प्रवाह में सुधार होगा.
इसके साथ ही उपनगरीय और लंबी दूरी की सेवाओं का बेहतर पृथक्करण संभव होगा, समयपालन में सुधार आएगा और प्रभावी भीड़ प्रबंधन के माध्यम से यात्रियों की आवाजाही अधिक सुगम हो सकेगी.
मौजूदा प्लेटफॉर्म भी होंगे लंबे
हावड़ा मंडल द्वारा टर्मिनल क्षमता को और सुदृढ़ करने के लिए कई मौजूदा प्लेटफॉर्मों के विस्तार की भी योजना बनाई गई है. वर्तमान में प्लेटफॉर्म संख्या 10 की लंबाई 430 मीटर, प्लेटफॉर्म संख्या 11 की 435 मीटर, प्लेटफॉर्म संख्या 12 की 487.5 मीटर और प्लेटफॉर्म संख्या 13 की 457.7 मीटर है.
लंबी दूरी की ट्रेनों के बेहतर संचालन के लिए प्लेटफॉर्म संख्या 10 को 112 मीटर, प्लेटफॉर्म संख्या 11 को 107 मीटर, प्लेटफॉर्म संख्या 12 को 103.5 मीटर और प्लेटफॉर्म संख्या 13 को 89.3 मीटर तक बढ़ाने का प्रस्ताव है.
प्रस्तावित विस्तार कार्य पूर्ण होने के बाद प्लेटफॉर्म संख्या 10 और 11 की अंतिम लंबाई 542 मीटर, प्लेटफॉर्म संख्या 12 की 591 मीटर और प्लेटफॉर्म संख्या 13 की 547 मीटर हो जाएगी. इससे लंबी कोच संरचना वाली ट्रेनों का संचालन अधिक सुचारू हो सकेगा और परिचालन लचीलापन बढ़ेगा.
यात्रियों को मिलेगा सीधा लाभ
प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर पहले से पूरे किए गए विस्तार कार्यों के साथ-साथ प्रस्तावित सभी कार्यों के पूरा होने के बाद हावड़ा स्टेशन की टर्मिनल क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. इससे ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान में सुगमता आएगी, भीड़भाड़ में कमी होगी और समग्र यातायात प्रवाह बेहतर होगा.
यात्रियों के दृष्टिकोण से ये अवसंरचनात्मक उन्नयन बेहतर कोच समायोजन, चढ़ने-उतरने की सुविधा और प्रभावी भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे, जिससे यात्रा अनुभव और अधिक सहज व आरामदायक हो सकेगा.
रेल मंत्री ने कहा
इस संदर्भ में रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा,
“हम बढ़ती यात्री मांग को पूरा करने और भीड़भाड़ कम करने के लिए प्रमुख शहरों में कोचिंग टर्मिनलों का विस्तार कर रहे हैं. यह कदम रेलवे नेटवर्क को उन्नत करेगा और देशभर में कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार लाएगा.”
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