U19 Asia Cup: U19 एशिया कप में शुक्रवार को भारत के बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने पूरे मैच का रुख शुरुआत से ही भारत की ओर मोड़ दिया. आईसीसी क्रिकेट अकादमी में खेले गए इस मुकाबले में सूर्यवंशी ने 95 गेंदों पर 171 रनों की यादगार पारी खेली.
उनकी पारी में नौ चौके और 14 छक्के शामिल रहे, और हर शॉट में जिस आत्मविश्वास की झलक दिखी, उसने UAE के गेंदबाजों को बार-बार बैकफुट पर धकेला. 180 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए सूर्यवंशी लगातार रन बरसाते रहे और विपक्षी गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया.
एक पारी में सर्वाधिक छक्कों का रिकॉर्ड टूटा
इस शानदार बल्लेबाज़ी के दौरान उन्होंने युवा वनडे में एक ही पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल के नाम यह रिकॉर्ड था, जिन्होंने 2008 में नामीबिया अंडर-19 के खिलाफ 12 छक्के लगाए थे.
बिहार के समस्तीपुर से आने वाले और IPL में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलने वाले सूर्यवंशी अपने युवा वनडे करियर में 50 से अधिक छक्के लगा चुके हैं, जो उन्हें इस प्रारूप में एक विशेष उपलब्धि वाला खिलाड़ी बनाता है.
भारत ने सूर्यवंशी की इस पारी के दम पर 50 ओवर में 6 विकेट पर 433 रन बनाए. टीम की ओर से आरोन जॉर्ज और विहान मल्होत्रा ने भी 69-69 रन जोड़कर स्कोरबोर्ड को मजबूती दी. सूर्यवंशी ने सिर्फ 56 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ती गई, उनका आक्रामक अंदाज़ और तेज होता गया. उनकी बल्लेबाज़ी ने UAE के गेंदबाजों को पूरे मैच में परेशान रखा.
घरेलू प्रदर्शन से मिली पहचान, इंडिया A में भी चमके
UAE के खिलाफ यह प्रदर्शन सूर्यवंशी की हालिया उपलब्धियों की एक और कड़ी साबित हुआ. इससे पहले वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. इसी टूर्नामेंट में उन्होंने अपना पहला टी20 शतक बनाया और किशोर उम्र में तीन टी20 शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने.
वर्ष की शुरुआत में उन्हें पहली बार इंडिया A टीम में चुना गया, जहां उन्होंने इमर्जिंग एशिया कप में जितेश शर्मा की कप्तानी में खेलते हुए भाग लिया. इस टूर्नामेंट में भी उनकी UAE के खिलाफ सिर्फ 32 गेंदों में शतकीय पारी सुर्खियों में रही.
IPL में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए उन्होंने इस साल एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, जब उन्होंने शुभमन गिल की कप्तानी वाली गुजरात टाइटंस के खिलाफ सिर्फ 35 गेंदों में शतक लगाया. यह इस टूर्नामेंट में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज शतक था. इसके साथ-साथ उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ युवा सीरीज में भी लगातार रन बनाए और अपने फॉर्म को बरकरार रखा.
लगातार प्रदर्शन से बढ़ी उम्मीदें
सूर्यवंशी की इस पारी ने एक बार फिर यह जाहिर कर दिया कि वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के बड़े नामों में से एक हैं. चाहे घरेलू टूर्नामेंट हों, युवा वनडे हों या अंडर-19 के अंतरराष्ट्रीय मैच—हर जगह वे अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से टीम को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाते दिख रहे हैं.
UAE के खिलाफ उनकी यह पारी न सिर्फ भारत को मजबूत स्थिति में ले गई, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कम उम्र में इतनी परिपक्व और आक्रामक बल्लेबाज़ी बहुत कम खिलाड़ी कर पाते हैं.
आने वाले मैचों में उन पर सभी की निगाहें होंगी, क्योंकि जिस तरह उनकी निरंतरता और प्रदर्शन आगे बढ़ रहा है, उससे भारतीय अंडर-19 टीम को काफी उम्मीदें हैं.
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