Goa nightclub fire incident : गोवा में नाइटक्लब अग्निकांड के बाद राज्य प्रशासन पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहा है. बर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में आग लगने की घटना के बाद क्लब के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पुष्टि की है कि जिन सरकारी अधिकारियों ने सुरक्षा मानकों के बावजूद क्लब संचालन की अनुमति दी, उनके खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि क्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी.
जांच के लिए हाई-लेवल कमेटी का गठन
सरकार ने घटना की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति बनाई है, जिसमें दक्षिण गोवा के जिलाधिकारी, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के उप निदेशक और फॉरेंसिक प्रयोगशाला के निदेशक शामिल हैं. समिति को एक सप्ताह के भीतर संपूर्ण रिपोर्ट दाखिल करनी होगी.
#WATCH | Fire at a restaurant in North Goa’s Arpora, claiming 25 lives | Goa CM Pramod Sawant says, "At present, four people have been arrested… We have already sealed the other club of Romeo Lane. The government does not promote any illegal nightclub…"
— ANI (@ANI) December 7, 2025
Goa DGP Alok Kumar… pic.twitter.com/4FGA5AEdiy
इलेक्ट्रिक पटाखों के कारण लगी आग का संदेह
मुख्यमंत्री सावंत के अनुसार प्रारंभिक जांच में संकेत मिला है कि नाइटक्लब के अंदर इलेक्ट्रिक पटाखे जलाए गए थे, जिससे आग भड़की. मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया कि उन्होंने मुख्य सचिव डॉ. वी. कैंडावेलू और पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार को दोषी अधिकारियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. स्थिति की समीक्षा के लिए कई उच्च स्तरीय बैठकें भी की जा चुकी हैं.
राज्य के सभी नाइटक्लबों के लिए एडवाइजरी और ऑडिट
ऐसे हादसे दोबारा न हों, इसके लिए सरकार की ओर से नाइटक्लबों और आतिथ्य क्षेत्र के अन्य प्रतिष्ठानों को एडवाइजरी जारी होगी. सभी को पर्याप्त सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार बिना अनुमति चल रहे क्लबों का ऑडिट कराएगी और संभावित जोखिम वाले स्थानों की पहचान भी की जाएगी.
कौन-कौन हुआ गिरफ्तार
गिरफ्तार कर्मचारियों में क्लब के मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजीव सिंघानिया और द्वार प्रबंधक रियांशु ठाकुर शामिल हैं. चारों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता
सरकार ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कोष से मृतकों के परिजनों को पाँच लाख रुपये और घायलों को पचास हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके अतिरिक्त, मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थानों तक पहुँचाने की व्यवस्था भी राज्य सरकार द्वारा की जाएगी.
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