✦ हवाई किराए पर अनियंत्रित बढ़ोतरी के बीच केन्द्र सरकार ने सख़्त रुख अपनाया
✦ घरेलू इकॉनमी क्लास टिकटों के लिए तय हुई अधिकतम किराया सीमा
✦ प्रभावित मार्गों पर यात्रियों से मनमाना शुल्क वसूलने पर लगेगा रोक
✦ फ्लाइट ऑपरेशन्स सामान्य होने तक जारी रहेगा किराया कैप
✦ नियम तोड़ने पर एयरलाइंस के खिलाफ होगी सख़्त कार्रवाई
Indigo Flight Crisis: इंडिगो की उड़ानों में लगातार आ रही बाधाओं और टिकट दरों के अचानक बढ़ने से यात्रियों में नाराज़गी बढ़ गई थी. हालात को देखते हुए केन्द्र सरकार ने हस्तक्षेप किया और घरेलू इकॉनमी श्रेणी की सभी उड़ानों के किराए पर अधिकतम सीमा लागू कर दी. सरकार का कहना है कि वर्तमान स्थिति में यात्रियों को राहत देना आवश्यक है, इसलिए एयरलाइंस अब मनमाना किराया नहीं वसूल सकेंगी.
यह सीमा तब तक लागू रहेगी, जब तक देश में उड़ानों का नियमित संचालन बहाल नहीं हो जाता. आदेश जारी होते ही सभी विमान कंपनियों को तय सीमा का पालन करना अनिवार्य हो गया है.
फ्लाइट दूरी के अनुसार तय हुआ अधिकतम किराया
कितनी दूरी पर कितना किराया – नई सीमा
नई व्यवस्था के मुताबिक:
• 500 किमी तक — अधिकतम ₹7,500
• 500–1,000 किमी — अधिकतम ₹12,000
• 1,000–1,500 किमी — अधिकतम ₹15,000
• 1,500 किमी से अधिक — अधिकतम ₹18,000
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि 500 किलोमीटर की यात्रा तक टिकट का किराया अधिकतम 7,500 रुपये होगा. 500 से 1,000 किलोमीटर तक की दूरी पर 12,000 रुपये से अधिक नहीं लिया जाएगा. 1,000 से 1,500 किलोमीटर के मार्गों पर अधिकतम 15,000 रुपये का किराया तय किया गया है, जबकि 1,500 किलोमीटर से आगे की यात्राओं के लिए 18,000 रुपये की सीमा तय रहेगी.
उदाहरण के तौर पर दिल्ली–मुंबई मार्ग जिसकी दूरी करीब 1,300 किलोमीटर है, पर इकोनॉमी श्रेणी का किराया 15,000 रुपये से ऊपर नहीं जा सकेगा.
बेस किराए पर नियंत्रण, शुल्क और कर अलग
सरकार ने यह भी साफ किया है कि किराया सीमा सिर्फ बेस फेयर पर लागू होगी. उपयोगकर्ता विकास शुल्क (UDF), यात्री सेवा शुल्क (PSF) और कर पहले की तरह अलग से जोड़ेंगे. उधर इंडिगो के संचालन पर संकट जारी है. पिछले पाँच दिनों से उड़ानें प्रभावित हैं.
केवल शनिवार को ही 400 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं, जबकि शुक्रवार को रद्द उड़ानों का आँकड़ा 1,000 से ऊपर पहुंच गया था, जिसके कारण हजारों यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा.
निर्धारित सीमा का पालन अनिवार्य, उल्लंघन पर कार्रवाई
उड्डयन मंत्रालय ने दो पेज के आदेश के माध्यम से सभी विमान कंपनियों को निर्देश दिया है कि निर्धारित किराया सीमा सभी प्रकार की बुकिंग पर लागू होगी. चाहे टिकट सीधे एयरलाइन की वेबसाइट से खरीदा गया हो या किसी ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल के माध्यम से, सीमा का पालन करना आवश्यक होगा.
मंत्रालय ने यह चेतावनी भी दी है कि जनहित में किसी भी प्रकार की अनियमितता सामने आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
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