Bihar News: राज्य की विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने शनिवार को उत्पाद विभाग के अधीक्षक अनिल कुमार आजाद के पटना, जहानाबाद और औरंगाबाद स्थित कई ठिकानों पर एक साथ तलाशी ली. कार्रवाई करीब सात घंटे तक चली, जिसमें दस्तावेजों की जांच, नोट गिनने की मशीन का इस्तेमाल और परिवार के सदस्यों से पूछताछ शामिल रही. प्रारंभिक जांच में पता चला कि आजाद ने कथित तौर पर अपनी आय से काफी अधिक संपत्ति अर्जित की है. अब आगे की कार्रवाई जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के मूल्यांकन के बाद तय की जाएगी.
छापेमारी में बरामद हुई संपत्ति
SVU की टीम ने तलाशी के दौरान अनिल आजाद और उनकी पत्नी के नाम कुल 10 प्लॉट, 28 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट, 1.54 करोड़ रुपये के बैंक और बीमा निवेश, 48 लाख रुपये का बैंक बैलेंस और करीब 35 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण जब्त किए. इसके अतिरिक्त, परिवार के तीन बैंक लॉकर भी मिले हैं, जिन्हें अगली कार्रवाई में खोला जाएगा.
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तलाशी पटना के शिवपुरी स्थित आवास, जहानाबाद के पैतृक घर और औरंगाबाद के सरकारी कार्यालय व किराए के मकान पर की गई. कोर्ट से जारी वारंट के आधार पर सभी जगहों पर कार्रवाई हुई और बड़ी संख्या में जमीन के कागजात, पासबुक, बीमा दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए.
दो महीने में रिटायर होने वाले हैं आजाद
अनिल आजाद मूल रूप से जहानाबाद जिले के सुमेरा गांव के निवासी हैं. 1991 में उन्होंने उत्पाद विभाग में दरोगा के रूप में काम शुरू किया और बाद में इंस्पेक्टर और अधीक्षक बने. वे पिछले 20 महीनों से औरंगाबाद में अधीक्षक पद पर तैनात थे. खास बात यह है कि आजाद केवल दो महीने में रिटायर होने वाले हैं, ऐसे समय में हुई कार्रवाई प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बनी है.
पत्नी और परिवार के नाम संपत्ति
SVU के अनुसार, पटना शास्त्रीनगर में उनकी पत्नी के नाम 6 प्लॉट हैं, जबकि जहानाबाद में परिवार के नाम 4 प्लॉट मिले हैं. कुल अनुमानित कीमत 1.78 करोड़ रुपये बताई गई है. इसके अलावा पटना स्थित आवास से 28 लाख रुपये की एफडी और अलग-अलग बैंकिंग व बीमा योजनाओं में 1.54 करोड़ रुपये की राशि बरामद हुई. बैंक बैलेंस 48 लाख रुपये और सोने-चांदी के आभूषण भी जब्त किए गए.
आजाद का पक्ष: स्प्रिट कारोबारियों ने फंसाया
मीडिया से बातचीत में अनिल आजाद ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि यह कार्रवाई स्प्रिट माफियाओं की साजिश है. उन्होंने बताया कि औरंगाबाद में उन्होंने 25 अवैध स्प्रिट फैक्ट्रियां बंद कराईं, जिससे माफिया नाराज थे. उन्होंने कहा कि इस मामले में वे जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और सच सामने आएगा.
भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत FIR
SVU ने अनिल आजाद के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(b), 13(2) और IPC की धारा 61(2)(a) के तहत मामला दर्ज किया है. आरोप है कि 2000 से अब तक उनकी आय से अधिक संपत्ति अर्जित की गई है.
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